छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने भारतमाला मुआवजा घोटाले में शामिल चार व्यक्तियों को जमानत दे दी है, जिनमें कथित मास्टरमाइंड हरमीत खनूजा भी शामिल हैं। इन आरोपियों को एंटी-करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गिरफ्तार किया था और ये तीन महीने से रायपुर जेल में बंद थे। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद जमानत दी। इस घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों में उमा देवी तिवारी, केदार तिवारी और विजय जैन भी शामिल हैं। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने छह अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था। करोड़ों रुपये का यह घोटाला भारतमाला परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण से संबंधित है, जो केंद्र सरकार की एक 463 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना है, जो रायपुर से विशाखापत्तनम तक बनाई जा रही है। जांच में सामने आया है कि राजस्व विभाग के अधिकारियों सहित एक सिंडिकेट इस घोटाले में शामिल था।
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