कर्नाटक में मंगलवार को नगरपालिका कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ एक प्रतीकात्मक हड़ताल की। बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में आयोजित विरोध प्रदर्शन में बीबीएमपी और अन्य नगरपालिका निकायों के कर्मचारी शामिल हुए। दस नगर निगमों के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए काम बंद कर दिया। कर्मचारियों की मांगों में लॉगसेफ उपस्थिति प्रणाली को खत्म करना, लगभग 6,000 रिक्त पदों को भरना, मामूली कारणों से कर्मचारियों को निलंबित करना बंद करना, मार्शल ड्यूटी कम करना और इंजीनियरों के लिए वरिष्ठता-आधारित पदोन्नति लागू करना शामिल है। प्रदर्शनकारियों ने केजीआईडी, सामान्य भविष्य निधि और ज्योति संजीवनी योजना जैसी सरकारी सुविधाओं की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, साथ ही प्रचार प्रोटोकॉल में बदलाव की भी मांग की। उन्होंने खुद को हाशिए पर महसूस करने की बात कही, पूर्ण सरकारी कर्मचारी के रूप में मान्यता और उसके अनुरूप लाभों की वकालत की।
Trending
- बोकारो में गिरी चार मंजिला इमारत, जान-माल के नुकसान की आशंका
- महिला पत्रकारों को न बुलाना ‘तकनीकी गलती’: अफगानिस्तान विदेश मंत्री
- तालिबान का बड़ा दावा: पाकिस्तानी सेना पर भीषण जवाबी हमला, 58 सैनिक मारे गए
- RTI के हनन का आरोप: कांग्रेस ने केंद्र सरकार से जवाबदेही मांगी
- रांची रेल परियोजनाओं पर ZRUCC बैठक: 15 को होगी चर्चा
- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में दिखाई सख्ती — कहा, “जनहित में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
- अफगान मंत्री का खुलासा: क्यों नहीं थीं महिला पत्रकार प्रेस वार्ता में
- पाक-अफगान सीमा संघर्ष: सऊदी अरब की ‘रक्षा संधि’ का क्या मतलब?