झारखंड के चतरा जिले के हेड़ुम गांव में एक हिंदू परिवार, पिछले सात दशकों से मुहर्रम मनाकर धार्मिक सद्भाव का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश कर रहा है। कामाख्या सिंह भोगता का परिवार, मुहर्रम के साथ-साथ रमजान और ईद जैसे इस्लामी त्योहारों को भी मनाता है। गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, लेकिन मुहर्रम के दौरान पूरा गांव मिलकर काम करता है, ताजिया तैयार करने में मदद करता है और जुलूस में भाग लेता है। उत्सवों में कल्याणपुर बाजार टांड में एक जीवंत मेला शामिल है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से लोग आते हैं और स्थानीय युवा पारंपरिक कौशल का प्रदर्शन करते हैं। इस परंपरा की शुरुआत कामाख्या सिंह के दादा से हुई, जो सांप्रदायिक सद्भाव और सम्मान की भावना को बढ़ावा देते हैं।
Trending
- भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 2025: देवताओं के घर लौटने पर बारिश भी नहीं बुझा पाई भक्तों की भावनाएं
- मानसून का कहर: दिल्ली-एनसीआर में बारिश, भारत में अलर्ट जारी
- ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पहलगाम हमले की निंदा, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट कार्रवाई का आह्वान
- बिरसा चिड़ियाघर में खुशी: बेबी हिप्पो ने मचाया धमाल
- छत्तीसगढ़ सरकार ने पंडरिया में विकास की घोषणा की
- अररिया: सोते समय 12 साल के लड़के की हत्या, पिता पर हमला, जांच जारी
- ट्रंप ने मस्क की तीसरी-पार्टी बोली का मजाक उड़ाया, कहा ‘वह इसके साथ मज़े कर सकते हैं’
- रांची के गौरव खेमका का जलवा: ICAI CA फाइनल 2025 में 42वीं रैंक