ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (एईओआई) ने फ़ोर्डो, नतांज़ और इस्फ़हान में देश की तीन परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की है। एजेंसी ने जोर देकर कहा कि उन पर ‘बर्बर हमला’ अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करता है, और बताया कि वे परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) के तहत अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के पर्यवेक्षण में हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सैन्य हमलों के बाद घोषणा की कि ईरान की प्रमुख परमाणु संवर्धन सुविधाएं पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं।
एईओआई ने अपने तीखे बयान में कहा कि यह आक्रामकता ‘अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की उदासीनता – या बल्कि मिलीभगत – के तहत’ की गई थी। एजेंसी ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस अराजकता की निंदा करने और ईरान का साथ देने का भी आग्रह किया।
एईओआई ने जोर दिया कि वह ईरानी लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा, जिसमें कानूनी कार्रवाई भी शामिल है। संगठन ने कहा कि वह दुश्मन की बुरी साजिशों के बावजूद इस राष्ट्रीय उद्योग के विकास को रुकने नहीं देगा।
एईओआई ने कहा कि तेहरान बुरी साजिशों के कारण बाधा का सामना करने के बावजूद परमाणु विकास कार्यक्रम को जारी रखेगा।