यशस्वी जायसवाल ने भारत के लिए एक महत्वपूर्ण ताकत साबित की है, खासकर इंग्लैंड का सामना करते समय। उनके खिलाफ पांच मैचों में, उन्होंने चौंका देने वाले 712 रन बनाए हैं, जो 89 का एक उल्लेखनीय औसत बनाए हुए है। इसमें तीन अर्धशतक और दो शतक शामिल हैं, जो शीर्ष स्तरीय गेंदबाजी इकाई को चुनौती देने की उनकी क्षमता को प्रदर्शित करता है। इंग्लैंड के खिलाफ उनके आंकड़े उनके कौशल और संयम को उजागर करते हैं, जिसमें 5 मैचों में 712 रन और 214* का शीर्ष स्कोर शामिल है। उनका औसत 89 का है, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ दो शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं।
टेस्ट क्रिकेट में, जायसवाल के 19 मैचों में 1798 रन हैं, जिसमें 4 शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं। वह 2000 रन तक पहुंचने के कगार पर हैं, उन्हें इस मील के पत्थर तक पहुंचने वाले सबसे तेज भारतीय बनने के लिए केवल 202 रन की आवश्यकता है।
इंग्लैंड में खेलना पिच की स्थितियों के कारण अनूठी चुनौतियां लाता है। हालांकि, जायसवाल की तकनीक और हाथ-आँख का समन्वय उन्हें सफल होने में मदद कर सकता है। उनकी लेट खेलने की शैली उन्हें स्विंग होती गेंद को अच्छी तरह से प्रबंधित करने की अनुमति देती है। जब गेंदबाज लड़खड़ाते हैं तो वह रन बनाने के मौकों का फायदा उठाते हैं।
जायसवाल अनुभव, तकनीक, स्वभाव और फॉर्म के कारण उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की संभावना रखते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ उनके प्रदर्शन और उनकी अनुकूलनीय तकनीक उन्हें आगामी इंग्लैंड श्रृंखला के लिए एक शीर्ष विकल्प बनाती है।