Close Menu

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

    What's Hot

    Housefull 5 के दोहरे अंत: विभिन्न अपराधियों और कहानी की गहराई में

    June 7, 2025

    OnePlus Open 2: लॉन्च की तारीख 2025 के उत्तरार्ध में, संभावित स्पेसिफिकेशंस

    June 7, 2025

    करीम ने IPL क्वालिफ़ायर 2 का विश्लेषण किया: MI का लाभ और कोहली का खिताब की ओर प्रयास

    June 7, 2025
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • Housefull 5 के दोहरे अंत: विभिन्न अपराधियों और कहानी की गहराई में
    • OnePlus Open 2: लॉन्च की तारीख 2025 के उत्तरार्ध में, संभावित स्पेसिफिकेशंस
    • करीम ने IPL क्वालिफ़ायर 2 का विश्लेषण किया: MI का लाभ और कोहली का खिताब की ओर प्रयास
    • स्पाइसजेट उड़ान में ड्रामा: यात्री बंद शौचालय में पूरी फ्लाइट, क्रू ने लिखा नोट
    • डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत-पाकिस्तान युद्ध को रोकने का दावा दोहराया
    • ऑपरेशन सिंदूर: हवलदार सुनील कुमार सिंह की शहादत, सेना ने किया याद
    • रांची में शादी में बच्ची के साथ दुष्कर्म, आरोपी को पीटा गया
    • राशन वितरण में गड़बड़ी पर तुरंत कार्रवाई करें: खाद्य मंत्री दयालदास बघेल
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    Indian Samachar
    • World
    • India
    • Chhattisgarh
    • Madhya Pradesh
    • Sports
    • Technology
    Login
    Indian Samachar
    Home»Jharkhand»डकरा, केडीएच और पुरनाडीह परियोजनाओं में ठप पड़ी गतिविधियां,सीसीएल को लाखों का नुकसान
    Jharkhand

    डकरा, केडीएच और पुरनाडीह परियोजनाओं में ठप पड़ी गतिविधियां,सीसीएल को लाखों का नुकसान

    Indian SamacharBy Indian SamacharMay 29, 20253 Mins Read
    Share Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email WhatsApp Copy Link
    Follow Us
    Google News Flipboard Threads
    डकरा, केडीएच और पुरनाडीह परियोजनाओं में ठप पड़ी गतिविधियां,सीसीएल को लाखों का नुकसान
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email Copy Link

    Khaladi :   खलारी प्रखंड स्थित कोयलांचल क्षेत्र में नक्सली संगठनों का डरावना साया एक बार फिर गहराने लगा है। बुधवार को डकरा, केडीएच और पुरनाडीह परियोजनाओं के तीन प्रमुख कांटाघरों पर सन्नाटा छा गया, जिससे कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी सीसीएल को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं, क्षेत्र में रह रहे आम लोग दहशत में हैं और मजदूर वर्ग अपने घरों में सिमट गया है।

    व्हाट्सएप कॉल पर जानलेवा धमकी, ठप हुई कोयला आपूर्ति

    प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के नाम पर “चिराग जी” द्वारा कई कोयला लिफ्टरों और सीसीएल कर्मचारियों को व्हाट्सएप कॉल कर सीधे जान से मारने की धमकी दी गई। धमकी के बाद कांटाघरों में कोयले की तुलाई का कार्य तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया। कोयला लोडेड ट्रकों की आवाजाही पर भी रोक लग गई, जिससे उत्पादन और परिवहन दोनों बुरी तरह प्रभावित हुए।

    कोयला लदान पर निर्भर मजदूरों में खौफ

    पुरनाडीह-पिपरवार थाना क्षेत्र के आस-पास बसे गांवों के मजदूर जो कोयला ढुलाई पर आश्रित हैं, अब अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। नक्सलियों की ओर से स्पष्ट संदेश दिया गया है कि कोई भी काम न करे और क्षेत्र खाली कर दे। इससे स्थानीय आबादी में भय और असुरक्षा की भावना गहराती जा रही है। लोगों ने प्रशासन से तत्काल सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।

    प्रशासन ने दिए संचालन के निर्देश, कर्मचारियों ने रखी सुरक्षा की शर्त

    घटनाक्रम की गंभीरता को देखते हुए खलारी डीएसपी आरएन चौधरी ने मौके पर पहुंचकर कांटा कर्मचारियों से बातचीत की और दोपहर के बाद कांटाघरों को चालू करने का निर्देश दिया। कर्मचारियों ने कार्य शुरू करने से पूर्व पुख्ता सुरक्षा की मांग रखी, जिसके बाद शाम को आंशिक रूप से कांटाघरों का संचालन बहाल किया गया। हालांकि, स्थिति अभी भी पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाई है।

    सवाल बड़ा है: कब खत्म होगा यह खौफ?

    कोयलांचल में यह घटना सिर्फ औद्योगिक ठहराव की नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था की भी बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। यह सवाल अब गंभीर होता जा रहा है कि क्या इस क्षेत्र के लोग हमेशा नक्सली धमकियों और बंदूकों की डर से जीवन जीने को मजबूर रहेंगे?

    राज्य सरकार व प्रशासन के लिए यह चेतावनी है कि अगर समय रहते ठोस और प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई, तो कोयला उत्पादन और उद्योगों पर इसका दीर्घकालिक असर पड़ सकता है।

    राज्य भर में जारी है ऑपरेशन, फिर भी असुरक्षित हैं औद्योगिक क्षेत्र

    गौरतलब है कि झारखंड पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा राज्य के कई जिलों में नक्सल विरोधी अभियान चलाए जा रहे हैं। हाल के दिनों में पलामू और लातेहार जैसे इलाकों में मुठभेड़ में कई नक्सलियों को मार गिराया गया है। हथियारों की बरामदगी भी हुई है। लेकिन इसके बावजूद, कोयलांचल जैसे प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र अब भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो पाए है

    और पुरनाडीह परियोजनाओं में केडीएच गतिविधियां ठप पड़ी डकरा
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email WhatsApp Copy Link

    Related Posts

    Jharkhand

    रांची में शादी में बच्ची के साथ दुष्कर्म, आरोपी को पीटा गया

    June 7, 2025
    Jharkhand

    रांची में शादी में बच्ची से दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार

    June 7, 2025
    Jharkhand

    रिम्स में 9 से 15 जून तक आयोजित होगा नेशनल सर्जन वीक, कई कार्यक्रम होंगे

    June 7, 2025
    Jharkhand

    रांची में जमीन के लिए खूनी खेल: बुजुर्ग की हत्या, 6 लाख की सुपारी

    June 7, 2025
    Jharkhand

    रिम्स में 9 से 15 जून तक होगा नेशनल सर्जन वीक, अनेक कार्यक्रम आयोजित

    June 7, 2025
    Jharkhand

    इंटर आर्ट्स की परीक्षा में सुनीता बिरहोर ने हासिल किया 78 प्रतिशत अंक, डीसी ने दी शुभकामनाएं

    June 6, 2025
    -Advertisement-
    Advertisement
    Stay In Touch
    • Facebook
    • Twitter
    • Pinterest
    • Instagram
    • YouTube
    • Vimeo
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    • Terms and Conditions
    © 2025 Indian Samachar. All Rights Reserved.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Sign In or Register

    Welcome Back!

    Login to your account below.

    Lost password?