छात्रों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही राज्य सरकार : बृजमोहन अग्रवाल

भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने 12वीं की परीक्षा के संबंध में प्रदेश सरकार से पुनर्विचार कर परीक्षा को रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य के 2 लाख 90 हजार विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के मद्देनजर 12वीं की परीक्षा के संदर्भ में पुनर्विचार करें और परीक्षा रद्द करें। अग्रवाल ने कहा कि राज्य अभी कोरोना की दूसरी लहर से पूरी तरह से उबरा नहीं है और अब विशेषज्ञ तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। इसमें बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है। ऐसे में किसी भी स्थान पर किसी भी विषय में भीड़ लगाना कतई सुरक्षित नहीं है। प्रदेश के लगभग 3 लाख विद्यार्थी परीक्षा केंद्र से उत्तर पुस्तिका ले जाएंगे फिर वापस लाकर जमा करेंगे। यह भीड़ कहीं विद्यार्थियों के साथ—साथ स्कूल के शिक्षकों व कार्यालयीन स्टाफ के संक्रमण का बड़ा कारण न बन जाए।

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार छात्रों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है। सीबीएससी, आईसीएससी के परीक्षा रद्द होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रायपुर की एक छात्रा सौम्य चोपड़ा ने बात करते हुए धन्यवाद दिया कि अब बच्चे निश्चिंत होकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमेशा कांग्रेस किसी भी विषय पर दोहरा मापदंड व अनिर्णय की स्थिति में रहती है। एक तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र से 12वीं की परीक्षा रद्द किए जाने का पत्र व्यवहार कर रही थी और उत्तर प्रदेश में भी परीक्षाएं रद्द करने की मांग कर रही है। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार 12वीं की परीक्षा के नाम से  स्कूल में बच्चों की भीड़ लगा रही है। कांग्रेस की नीति हमेशा से कांग्रेस शासित प्रदेशों में अलग और गैर कांग्रेस शासित प्रदेशों में अलग रही है। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार को दोहरा मापदंड छोड़ विद्यार्थियों के हित में 12वीं की परीक्षा रद्द करनी चाहिए।